गिरफ्तार होंगे राम गोपाल वर्मा! आंध्र प्रदेश सीएम पर किया आपत्तिजनक कमेंट

4 1 3
Read Time5 Minute, 17 Second

सत्या और रंगीला जैसी धुआंधार फिल्में बना चुके फिल्म मेकर राम गोपाल वर्मा बड़ी मुसीबत में फंस गए हैं. आंध्र प्रदेश पुलिस की एक टीम हैदराबाद में राम गोपाल वर्माके घर पहुंची. क्योंकि उन्होंने मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू और उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ सोशल मीडिया पर अपमानजनक बातें कही थी. इस मामले में पूछताछ के लिए रामूको पुलिस के सामने पेश होना था लेकिन वो नहीं गए.

शहर छोड़कर भागे राम गोपाल वर्मा?

ओंगोल पुलिसअधिकारी राम गोपाल वर्मा के घर पहुंचे, जहां उन्हें फिल्म मेकर तो नहीं मिले लेकिन पुलिस ने उनके घर पर छापामारा. क्योंकि वो लगातार दूसरी बार जांच अधिकारी के सामने पेश नहीं हुए. खबर है कि उन्हें इस मामले में गिरफ्तार भी किया जा सकता है. जब पुलिस को पता चला कि फिल्म मेकर घर पर नहीं है, तो वहां काफी ड्रामा हुआ.रिपोर्ट्स हैं किवो गिरफ्तारी से बचने के लिए कोयंबटूर के लिए निकल गए हैं.

राम गोपाल वर्मा ने 'व्योहम' फिल्म के दौरान आंध्र प्रदेश सीएम, डिप्टी सीएम और मंत्री लोकेश के खिलाफ अपमानजनक पोस्ट किया था, जिस वजह से आंध्र प्रदेश पुलिस ने उनको हिरासत में लेने की मांग की है.

बता दें, राम गोपाल वर्मा ने पिछले हफ्ते पुलिस के सामने पेश होने के लिए चार दिन का समय मांगा था. आरोप है कि उन्होंने सीएम नायडू, उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण, सूचना और टेक्नोलॉजी मंत्री नारा लोकेश और बाकी की इमेज को धूमिल करने की कोशिश की थी. पुलिस ने 11 नवंबर को तेलुगूदेशम पार्टी (टीडीपी) नेता रामलिंगम की शिकायत पर फिल्म मेकर के खिलाफ मामला दर्ज किया.

Advertisement

सीएम के खिलाफ कही आपत्तिजनक बातें

राम गोपाल वर्मा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर विवादास्पद बातें लिखी थी. मड्डीपाडु पुलिस स्टेशन में राम के खिलाफ बीएनएस एक्ट की धारा 336 (4) और 353 (2) और आईटी एक्ट की धारा 67 के तहत मामला दर्ज किया गया है. पुलिस ने 13 नवंबर को राम गोपाल वर्मा को नोटिस जारी कर उन्हें मड्डीपाडु पुलिस स्टेशन में जांच अधिकारी के सामने पेश होने का निर्देश दिया था.

इसके बाद राम ने आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था, लेकिन कोर्ट ने उन्हें अंतरिम राहत देने से इनकार कर दिया. अदालत की ओर से कहा गया कि वो जमानत याचिका के समान आदेश नहीं दे सकती. राम ने जांच अधिकारी के सामने पेश होने से मना करते हुए, छूट देने की मांग की थी और इसके लिए अंतरिम आदेश मांगा था. जब राम के वकील ने अदालत को बताया कि उन्हें गिरफ्तारी का खतरा है, तो अदालत ने कहा था कि याचिकाकर्ता को जमानत याचिका दायर करनी चाहिए.

बता दें, राम गोपाल वर्मा अक्सर ही अपने फायर बोल की वजह से किसी ना किसी विवाद का शिकार हो जाते हैं, इस बार उन्होंने राजनीतिक कमेंट्स कर मुसीबत अपने गले डाल ली है.

Live TV

\\\"स्वर्णिम
+91 120 4319808|9470846577

स्वर्णिम भारत न्यूज़ हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं.

मनोज शर्मा

मनोज शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Laptops | Up to 40% off

अगली खबर

बांग्लादेश में इस्कॉन के चिन्मय प्रभु की गिरफ्तारी के बाद भारी विरोध प्रदर्शन शुरू

News Flash 25 नवंबर 2024

बांग्लादेश में इस्कॉन के चिन्मय प्रभु की गिरफ्तारी के बादभारी विरोध प्रदर्शन शुरू

Subscribe US Now